उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, महाकुंभ की ऐतिहासिक नगरी प्रयागराज में 18 और 19 फरवरी 2025 को “महाकुंभ: सनातन मूल्यों के माध्यम से मानव जीवन में परिवर्तन” पर प्रकाश डालते हुए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करा रहा है। इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में महाकुंभ के विभिन्न पहलुओं और सनातन संस्कृति के लिए इसकी प्रासंगिकता पर विचार-विमर्श होगा।
इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन प्रो. सत्यकाम (कुलपति, उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय) के संरक्षण में हो रहा है। डॉ. जीके द्विवेदी इस कार्यक्रम के संयोजक और डॉ. सतेंद्र बाबू (असि. प्रोफेसर) इस महाआयोजन के समन्वयक हैं।
सम्मेलन का विषय:
इस सम्मेलन का मुख्य विषय “महाकुंभ और इसका मानव जीवन पर प्रभाव” है, जबकि इसमें कुल 11 उपविषय हैं।
उप विषय: 1. आध्यात्मिक जागृति 2. शुद्धता और शोधन 3. एकता और सद्भाव 4. सांस्कृतिक उत्सव 5. मोक्ष और आत्म-उद्धार 6. पर्यावरण संरक्षण 7. सामाजिक न्याय 8. शांति और सद्भाव 9. आयोजन प्रबंधन 10. भौगोलिक और क्षेत्रीय लाभ 11. एकता और सामाजिक समानता
सम्मेलन में भाग लेने हेतु:
इस सम्मेलन में शोधकर्ताओं, विद्वानों और समाज के सभी वर्गों के लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। इसका आयोजन उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में 18 और 19 फरवरी 2025 को होगा। अधिक जानकारी के लिए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की वेबसाइट पर जाकर संपर्क किया जा सकता है।
सम्मेलन का उद्देश्य: यह आयोजन सनातन संस्कृति और मानव जीवन में महाकुंभ की भूमिका को समझने और चर्चा करने का एक बड़ा मंच प्रदान करेगा। यह सम्मेलन महाकुंभ के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक, और सामाजिक महत्व को उजागर करेगा। आयोजन समिति इसे एक यादगार और सार्थक आयोजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।