वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन द्वारा पेश किये गये केन्द्रीय बजट में खेल संबंधी सरकार की महत्वपूर्ण पहल खेलो इंडिया खेल मंत्रालय के बजट आवंटन में सबसे अधिक वरीयता पाने वाले कार्यक्रमों में से एक बनकर उभरा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर खेलों को बढावा देना है। तीन हजार चार सौ 42 करोड से अधिक रुपये के कुल खेल बजट में से इस कार्यक्रम को नौ सौ करोड रुपये आवंटित किये गये हैं। इस कार्यक्रम के लिए पिछले वर्ष के संशोधित आठ सौ 80 करोड रुपये के आवंटन में इस वर्ष बीस करोड रुपये की वृद्धि की गई है। खेलो इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को निखारना और राष्ट्रव्यापी स्तर पर खेल बुनियादी ढांचे को बढाना है।
2018 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के उद्घाटन के समय से सरकार ने इसमें और कार्यक्रमों को शामिल करना जारी रखा है। खेल मंत्रालय ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 की शुरूआत की। इसी वर्ष खेलो इंडिया विंटर गेम्स की शुरूआत हुई। मंत्रालय ने 2023 में खेलो इंडिया पैरा गेम्स का शुभारंभ किया।
सैकडों खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केन्द्रों की स्थापना पूरे देश में की गई है। इन केन्द्रों का उद्देश्य होनहार एथलीटों को सुविधाएं प्रदान करना है। खेलो इंडिया के कई एथलीट वर्तमान में भारत के ओलिंपिक दल का हिस्सा है।