कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि कर्मयोगी सप्ताह का परिणाम अच्छा रहा है और इसने देश भर में कर्मयोगियों को क्षमता निर्माण तथा निरंतर सीखने की भावना से जोड़ा है। डॉ. सिंह ने आज नई दिल्ली में कर्मयोगी सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह का विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है। उन्होंने कहा कि सीखने की प्रक्रिया निरंतर जारी रहनी चाहिए।
क्षमता निर्माण आयोग के अध्यक्ष, आदिल ज़ैनुलभाई ने कहा कि आईजीओटी प्लेटफॉर्म पर वेबिनार और कार्यशालाओं के माध्यम से कर्मचारियों ने आजीवन सीखने की प्रतिबद्धता को अपनाया है।
देश के सभी सरकारी कर्मचारियों ने पिछले महीने की 19 से 27 तारीख तक एक सप्ताह के लिए, कर्मयोगी सप्ताह के माध्यम से एक साथ सीखने और विकास की असाधारण यात्रा में हिस्सेदारी की। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने कहा है कि यह एक ऐसा आंदोलन था जिसने सभी विभागों के लोक सेवकों को पेशेवर उत्कृष्टता और व्यक्तिगत विकास की उनकी साझा खोज में करीब ला दिया। कर्मयोगी सप्ताह के माध्यम से, सबसे युवा अधिकारियों से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक के सरकारी कर्मचारियों ने बदलती दुनिया में अपने कौशल और मानसिकता को समृद्ध करने के लिए प्रतिबद्ध होकर आगे कदम बढ़ाया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 अक्टूबर को नई दिल्ली में कर्मयोगी सप्ताह का शुभारंभ किया था।