दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्याज की मांग को पूरा करने के लिए कांदा एक्सप्रेस ट्रेन महाराष्ट्र के नासिक से आठ सौ चालीस मीट्रिक टन प्याज लेकर आज दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पहुंची।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बताया है कि भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ द्वारा पिछले सप्ताह कांदा एक्सप्रेस द्वारा एक हजार छह सौ मीट्रिक टन प्याज लाने के बाद दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के लिए ट्रेन द्वारा प्याज की यह दूसरी खेप है।
मंत्रालय ने कहा कि बाजार में उपलब्धता बढ़ाने के लिए अधिकांश प्याज आजादपुर मंडी में उतारा जाएगा। बाकी स्टॉक का एक हिस्सा 35 रुपये प्रति किलोग्राम पर खुदरा बिक्री के लिए बाजार में पहुंचाया जाएगा।
सरकार ने इस वर्ष कीमतों को नियंत्रित रखने के लिए चार लाख सत्तर हजार टन प्याज की खरीद की है और खुदरा बिक्री के साथ-साथ देशभर की प्रमुख मंडियों में इसकी थोक बिक्री शुरू कर दी है।
मंत्रालय ने कहा कि अब तक भण्डारण में एक लाख चालीस हजार टन से अधिक प्याज नासिक और अन्य स्थानों से भेजा जा चुका है।
मंत्रालय ने कहा कि प्याज की उपलब्धता शुरू होने के बाद से, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली जैसे प्रमुख राज्यों में प्याज की खुदरा कीमतें काफी हद तक स्थिर हो गई हैं। अक्टूबर के दौरान पूरे देश में खुदरा मूल्य में स्थिरता आ गई है।
रेल मार्ग से गुवाहाटी तक प्याज की खेप पहुंचने से उत्तर-पूर्वी राज्यों में उपलब्धता बढ़ेगी। मंत्रालय ने कहा कि नासिक मंडी में प्याज की कीमत भी 47 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चतम स्तर से घटकर 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।