जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि केन्द्रशासित प्रदेश में घाटा रोकने और बिजली का बुनियादी ढांचा आधुनिक बनाने के लिए संशोधित वितरण क्षेत्र योजना लागू की जा रही है। विधानसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का पारेषण और वितरण घाटा देश में सबसे अधिक है।
उन्होंने कहा कि ये नुकसान हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों की तुलना में काफी अधिक हैं। श्री अब्दुल्ला ने कहा कि एक रुपये मूल्य की बिजली आपूर्ति पर लगभग 50 पैसे का नुकसान होता है।
उन्होंने कहा कि नई योजना के अंतर्गत, स्मार्ट मीटरिंग कार्यों के अलावा, विभिन्न घाटे में कमी के कार्यों के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है।