जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने कल पहलगाम में हुए आतंकी हमले के संबंध में सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित किया। विधानसभा ने कड़े शब्दों में पारित प्रस्ताव में इस दुर्घटना पर दुख और रोष व्यक्त किया, साथ ही सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और देश तथा जम्मू-कश्मीर की प्रगति में बाधा डालने के नापाक इरादों को हराने के लिए दृढ़ता से लड़ने का संकल्प लिया। विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान उप-मुख्यमंत्री सुरेन्द्र चौधरी द्वारा लाए गए प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। सत्र के आरंभ में सभा के सदस्यों ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए दो मिनट का मौन रखा।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद कश्मीर ने आतंकवाद के विरुद्ध पहली बार विरोध जताया है। मुख्यमंत्री ने समूचे क्षेत्र में लोगों द्वारा हर तरफ की जा रही निंदा और शोक को आतंकवाद के खात्मे की शुरूआत बताया। उन्होंने लोगों के अप्रत्याशित विरोध का जिक्र करते हुए कश्मीरियों से आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होने का उल्लेख किया। श्री अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि जब लोग एक साथ आएंगे तो आतंकवाद समाप्त हो जाएगा।