जम्मू कश्मीर में अंतराल के हो गई है। दरबार स्थानातंरण से पहले अगस्त में हुई रिकॉर्ड वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत की जा रही है और मजदूर सड़कों के किनारे रंगाई-पुताई में लगे हैं। नागरिक सचिवालय और राजभवन के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 270 किलोमीटर लम्बे जम्मू कश्मीर राजमार्ग समेत शहर में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
उपराज्यपाल प्रशासन द्वारा वर्ष 2021 में रोक जाने के बाद इस वर्ष मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार ने दरबार स्थानातंरण की परम्परा को बहाल कर दिया।