भारत लोकतंत्र की जननी है और देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्राचीन काल से चली आ रही है: राष्ट्रपति मुर्मु

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि यह गर्व की बात है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा, विविधतापूर्ण, युवा, समावेशी और संवेदनशील लोकतंत्र है।

आज नई दिल्ली में 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्राचीन काल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र आधुनिक दुनिया के लिए एक अनूठा उदाहरण है।

राष्ट्रपति ने कहा कि समावेशी लोकतंत्र की प्रभावशाली झलक चुनावों में दिखाई देती है। चुनावों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी समाज और देश के समग्र विकास का एक महत्वपूर्ण संकेत है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ, दिव्यांग और दूरदराज इलाके में रहने वाले आदिवासी मतदाताओं के लिए मतदान प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्‍य से विशेष प्रयास किए हैं। उन्‍होंने कहा कि इस तरह चुनाव आयोग ने समावेशी और संवेदनशील चुनाव प्रबंधन का एक अच्छा उदाहरण पेश किया है।

 

राष्‍ट्रपति मुर्मु ने कहा कि मतदान से जुड़े आदर्श और जिम्मेदारियां लोकतंत्र के मुख्य आयाम हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता शपथ सभी नागरिकों का मार्गदर्शन कर सकती है। राष्ट्रपति ने कहा कि लोकतंत्र में पूर्ण आस्था के साथ-साथ मतदाताओं को यह दृढ़ संकल्प भी रखना चाहिए कि वे सभी प्रकार की संकीर्णता, भेदभाव और प्रलोभन से ऊपर उठकर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। जागरूक मतदाता लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं। केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग के प्रयासों की सराहना की।

 

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि भारत में मतदाताओं की संख्या अब 99 करोड़ से अधिक हो गई है और देश जल्द ही एक अरब से अधिक मतदाताओं का नया रिकॉर्ड बनाएगा। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु ने सुचारू चुनाव सुनिश्चित करने में अनुकरणीय प्रयासों के लिए राज्य और जिला अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ चुनावी व्यवहार पुरस्कार प्रदान किए। मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने वाली पहलों जैसे अभिनव आउटरीच अभियान और प्रौद्योगिकी के उपयोग को विशेष मान्यता दी गई।

दूरदर्शन को मतदाताओं में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्‍य से प्रगतिशील कार्यक्रम प्रस्‍तुत करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया। दूरदर्शन की महानिदेशक कंचन प्रसाद ने यह पुरस्कार प्राप्‍त किया।

समारोह में चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुख और प्रतिनिधि भी शामिल हुए, जिन्होंने कल संपन्न हुए दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान दुनिया भर में चुनाव प्रबंधन के समक्ष प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इस साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम है, ‘मतदान से बढ़कर कुछ नहीं, मैं निश्चित रूप से मतदान करूंगा।’ यह पिछले साल की थीम का ही विस्तार है, जिसमें चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी के महत्व पर जोर दिया गया है और मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में गर्व महसूस करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।