राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि यह गौरव का विषय है कि भारत विश्व का सबसे बड़ा, विविध, युवा, समावेशी और संवेदनशील लोकतंत्र है। नई दिल्ली में आज 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और देश में प्राचीन समय से लोकतांत्रिक प्रक्रिया विद्यमान है। उन्होंने कहा कि आधुनिक विश्व के लिए भारत का लोकतंत्र एक अनूठा उदाहरण है।
केन्द्रीय विधि और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग के प्रयासों की सराहना की।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि भारत में अब मतदाताओं की संख्या 99 करोड़ से अधिक है और जल्द ही देश एक अरब से अधिक मतदाताओं के साथ एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु ने सुचारू चुनाव सुनिश्चित करने में अनुकरणीय प्रयासों के लिए राज्य और जिला अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ चुनावी कार्यपद्धति पुरस्कार प्रदान किए। नवीन पहुंच अभियानों और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए की गई पहलों का विशेष उल्लेख किया गया।
चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुखों और प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान विश्व में चुनाव प्रबंधन में आने वाली प्रमुख समस्याओं के बारे में विचार-विमर्श किया गया।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का इस वर्ष का विषय है- वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम।