विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक डॉ. उन्नीकृष्णन नायर ने आज कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन-इसरो गगनयान कार्यक्रम के तहत पहला मानवरहित मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है।
बेंगलुरू में आयोजित आठवीं बेंगलुरू स्पेस एक्सपो से अलग संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने बताया कि मानवरहित मिशन का ऑर्बिटल मॉडयूल बनकर तैयार है और इसे जल्दी ही श्रीहरिकोटा ले जाया जाएगा। पहला गगनयान मिशन इस वर्ष के अंत में भेजा जाएगा।
श्री उन्नीकृष्णन ने बताया कि हाल ही में चित्रदुर्ग में दोबारा उपयोग किए जाने वाले प्रक्षेपण यान आर एल वी एल एक्स 02 – पुष्पक के सफल परीक्षण किया गया। अब दोबारा उपयोग किए जाने वाले अंतरिक्ष यान की पैराशूट प्रणाली के परीक्षण की तैयारह चल रही है।
उन्होंने कहा कि क्रू एस्केप सिस्टम का भी परीक्षण किया गया। गगनयान कार्यक्रम के तहत इसरो अंतिम मानव मिशन से पहले तीन मानवरहित परीक्षण उड़ानें आयोजित करेगा।
डॉ. उन्नीकृष्णन ने यह भी कहा कि इसरो 2035 तक अंतरिक्ष स्टेशन को साकार करने और चंद्रयान 4 पर भी काम करेगा, जिसमें चंद्रमा पर उतरने, नमूने एकत्र करने और पृथ्वी पर वापस लौटने की क्षमता होगी।