इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच युद्धविराम का ऐतिहासिक समझौता हुआ है जो भारतीय समय के अनुसार आज सवेरे साढे सात बजे लागू हो गया है। दोनों पक्षों के बीच महीनों के भयंकर संघर्ष में हजारों लोगों की जान जाने के बाद यह समझौता हुआ है।
अमरीका की मध्यस्थता में हुए इस युद्धविराम समझौते को 14 महीने से चले आ रहे युद्ध में निर्णायक मोड़ माना जा रहा है। आज सवेरे साढे दस बजे तक युद्धविराम के उल्लंघन का कोई समाचार नहीं हैं। इजराइल सेना की ओर से नागरिकों की आवाजाही पर चेतावनी के बावजूद दक्षिणी बेरूत में सड़कों पर भारी यातायात देखा गया और विस्थापित लोग अपने घर लौटने की कोशिश में लगे रहे।
युद्धविराम का यह समझौता संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव 1701 के प्रावधानों के अनुरूप हुआ है जिनमें हिजबुल्लाह को लेबनान-इजराइल सेना से 18 मील के भीतर अपने लड़ाकूओं को हटाने का निर्देश है और इजराइल को भी लेबनान के भूभाग से अपनी सेनाएं हटाने के लिए कहा गया है।
युद्धविराम समझौते को इजराइल के सुरक्षा मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस से बताया कि दक्षिणी लेबनान से इजरायली सेना को साठ दिन के भीतर हटाए जाने की योजना तैयार की गई है।