भारत के थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति जनवरी 2025 में दो दशमलव तीन एक प्रतिशत रही। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय से जारी आंकड़ों के अनुसार दिसम्बर 2024 में यह वार्षिक आधार पर दो दशमलव तीन सात प्रतिशत थी। प्राथमिक वस्तुओं से जुड़ी वार्षिक मुद्रास्फीति दर घटकर जनवरी में चार दशमलव छह नौ प्रतिशत पर आ गई, जबकि दिसम्बर में यह छह दशमलव शून्य दो प्रतिशत थी।
ईंधन और बिजली में जनवरी में दो दशमलव सात आठ प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। आंकडे बताते हैं कि खाद्य थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति पिछले महीने घटकर सात दशमलव चार सात प्रतिशत पर रही, जबकि दिसम्बर में यह आठ दशमलव आठ नौ प्रतिशत थी।
इस बीच, विनिर्मित उत्पादों की श्रेणी में मुद्रास्फीति दो दशमलव एक चार से बढ़कर दो दशमलव पांच एक प्रतिशत पर पहुंच गई। मंत्रालय ने बताया है कि जनवरी में मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर का मुख्य कारण विनिर्मित खाद्य पदार्थों और कपड़ा उत्पादों में मूल्य वृद्धि है।
थोक मूल्य सूचकांक बाजार में थोक मूल्य पर खरीदे और बेचे गये सामानों की कीमत में बदलाव का मापक होता है।