विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने आज कहा कि उद्योग, शैक्षणिक समुदाय और सरकार के बीच गहरे और सतत सहयोग वैश्विक अनुसंधान और नवाचार केन्द्र के रूप में भारत को स्थापित करने के मुख्य घटक हैं। नई दिल्ली में उद्योग-अकादमिक साझेदारी 2025 पर सीआईआई वैश्विक शिखर सम्मेलन में श्री सिंह कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और रणनीतिक क्षेत्रों में देश की बढ़ती आकांक्षा को साझा जिम्मेदारी और भागीदारी पर निर्मित एक पारिस्थितिकी तंत्र की आवश्यकता है।
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि सरकार को धीरे-धीरे सुविधा प्रदाता की भूमिका निभानी चाहिए, जिससे उद्योग, शिक्षा जगत और स्टार्टअप्स को प्राथमिकता वाले विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में संयुक्त रूप से काम करने में सक्षम बनाया जा सके।
Site Admin | दिसम्बर 5, 2025 7:28 अपराह्न | India an innovation hub
भारत को नवाचार केंद्र बनाने के लिए उद्योग और अकादमिक साझेदारी जरूरी: डॉ. सिंह