मई 14, 2025 1:43 अपराह्न

printer

भारत के ऑपरेशन सिंदूर का अंतरराष्‍ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों ने एक निर्णायक सैन्‍य जीत के रूप में स्‍वागत किया 

 
भारत के ऑपरेशन सिंदूर का अंतरराष्‍ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों ने एक निर्णायक सैन्‍य जीत के रूप में स्‍वागत किया है। इनमें अमरीका के प्रमुख सैन्‍य दिग्‍गज और न्‍यूयॉर्क के आधुनिक युद्ध संस्‍थान के शहरी युद्ध अध्‍ययन के प्रमुख जॉन स्‍पेन्‍सर शामिल हैं। 
 
 
22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का हवाला देते हुए श्री स्‍पेन्‍सर ने कहा कि पिछली घटनाओं के उलट भारत ने बिना देरी किए प्रतिक्रिया दिखाई। उन्‍होंने इस अभियान को तीव्र और सुनियोजित बताया। उन्‍होंने परमाणु ब्‍लैक मेल के विरुद्ध प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के दृढ़ रवैये की सराहना की है। श्री स्‍पेन्‍सर ने इस संदेश का उल्‍लेख किया कि भारत इस प्रकार के खतरों को सहन नहीं करेगा और स्‍पष्‍ट और संकल्‍प के साथ इसका जवाब देगा। उन्‍होंने कहा कि भारत बदले की भावना से नहीं लड़ रहा था। यह निरोधक लड़ाई थी और कारगर साबित हुई। भारत का संयम कमजोरी नहीं बल्कि इसकी परिपक्‍वता है। इसने सीमाओं को पुन: परिभाषित किया और तनाव पर अपना नियंत्रण बनाए रखा। भारत ने सिर्फ एक हमले के प्रति जवाब नहीं दिया, बल्कि इसने रणनीतिक समीकरण बदला है। 
 
 
सोशल मीडिया के अपने लोकप्रिय पॉडकॉस्‍ट में श्री स्‍पेन्‍सर ने कहा कि सिर्फ चार दिन की सुनियोजित सैन्‍य कार्रवाई करके भारत ने एक व्‍यापक जीत हासिल की है। उन्‍होंने कहा कि यह अभियान प्रतीकात्‍मक नहीं था, बल्कि निर्णायक शक्ति को स्‍पष्‍ट और असरदार तरीके से इस्‍तेमाल करने का एक उदाहरण था। 
 
 
ऑस्ट्रिया के लड़ाकू विमानन विश्‍लेषण और लेखक टॉम कूपर ने भी भारत की कार्रवाई को एक स्‍पष्‍ट जीत के रूप में उल्‍लेख किया है। सोशल मीडिया पोस्‍ट में श्री कूपर ने कहा कि संघर्ष विराम की दिशा में आगे बढ़ने संबंधी पाकिस्‍तान का निर्णय भारत की श्रेष्‍ठ सैन्‍य कार्रवाई का प्रत्‍यक्ष प्रमाण था। 
 
 
दोनों विशेषज्ञों ने ऑपरेशन सिंदूर को सीमा पार आंतकवाद और राष्‍ट्रीय रक्षा के प्रति भारत के रवैये में आए एक महत्‍वपूर्ण परिवर्तन बताया है। इस ऑपरेशन ने क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम की है।