मोबाइल ऐप्प
डाउनलोड करें

android apple
Listen to live radio

भारत की रक्षा क्षमता ने विश्‍व का ध्यान आकर्षित किया है: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि भारत की रक्षा क्षमता ने विश्‍व का ध्यान आकर्षित किया है। वेलिंगटन ऊटी में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ ट्रेनिंग कॉलेज में एक संबोधन में राष्‍ट्रपति ने कहा कि रक्षा बलों में महिलाओं की भागीदारी पर देश को गर्व है। दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन की अपनी हाल की यात्रा को याद करते हुए उन्होंने कहा कि महिला सैनिक कठिन परिस्थितियों में भी मजबूती के साथ खडी हैं। उन्होंने विभिन्न देशों से विशेष पाठ्यक्रम में भाग लेने वाली महिला अधिकारियों की सराहना की। एक महिला नौसेना अधिकारी की सराहना करते हुए श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि गोवा में कार्यक्रम के दौरान युवा और ऊर्जावान अग्निवीरों से मिलना एक शानदार अनुभव था।

राष्ट्रपति ने देश की रक्षा के लिए प्रियजनों को सेना में भेजने पर उनके परिवारों के समर्पण की प्रशंसा की। देश के रक्षा उत्पादों की गुणवत्ता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत उच्च विशेषज्ञता वाला एक विश्वसनीय रक्षा साझेदार है और आत्मनिर्भरता के साथ काम कर रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत 100 से अधिक देशों को रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खड़ा है। राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी में नवाचार भविष्य की चुनौतियों से निपटने में मददगार होंगे।

कार्यक्रम से पहले, उन्‍होंने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज में स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। कल राष्ट्रपति आदिवासी समुदायों के साथ बातचीत करेंगी। वे 30 नवम्‍बर को तिरुवरूर में तमिलनाडु के केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी।