केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि बैंकों को वित्त वर्ष 2025-2026 के लिए 6.12 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2026-2027 के लिए एमएसएमई को 7 लाख करोड़ रुपये का ऋण देने का लक्ष्य रखना चाहिए।
वह आज मुंबई में 11वें एसबीआई बैंकिंग एंड इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव में मुख्य भाषण देते हुए बोल रही थीं। इसका विषय था ‘विकसित भारत की आकांक्षा को वास्तविकता बनाना’।
सुश्री सीतारमण ने कहा कि 2013-14 में भारत 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा। उसके बाद अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी और 2021-22 तक यह 5वें स्थान पर पहुंच गई। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले कुछ सालों में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा।