भारत आज से किम्बरली प्रक्रिया के उपाध्यक्ष का पदभार ग्रहण करेगा और अगले वर्ष पहली जनवरी से अध्यक्ष बनेगा। किम्बरली प्रक्रिया एक त्रिपक्षीय पहल है जिसमें सरकारें, अंतर्राष्ट्रीय हीरा उद्योग और नागरिक समाज शामिल हैं, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हीरों का व्यापार संघर्ष मुक्त हो जिससे वैध हीरा उद्योग को बढ़ावा मिल सके।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत का चयन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में ईमानदारी और पारदर्शिता को बढ़ावा देने की सरकार की प्रतिबद्धता में वैश्विक विश्वास को दर्शाता है।
वर्ष 2025 में उपाध्यक्ष और 2026 में अध्यक्ष के रूप में, भारत सभी प्रतिभागियों और पर्यवेक्षकों के साथ मिलकर नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने, अपने मूल उद्देश्यों और विकसित हो रही वैश्विक अपेक्षाओं के अनुरूप अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने और किम्बरली प्रक्रिया को अधिक समावेशी और प्रभावी बहुपक्षीय ढांचा बनाने की दिशा में काम करेगा।
इस पहल में वर्तमान में 60 प्रतिभागी हैं जो वैश्विक कच्चे हीरे के व्यापार के 99 प्रतिशत से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिससे यह इस क्षेत्र को नियंत्रित करने वाला सबसे व्यापक अंतर्राष्ट्रीय तंत्र बन गया है।