भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में एक हजार 681 रेल इंजनों का निर्माण करके अमरीका और यूरोप को पीछे छोड़ दिया है। रेल मंत्रालय ने कहा कि यह पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में एक हजार चार सौ 72 इंजनों के निर्माण की तुलना में 19 प्रतिशत की वृद्धि है। यह रिकॉर्ड निर्माण देश में रेल इंजन निर्माण के लिए अब तक का सबसे अधिक है।
वर्ष 2014 के बाद दस वर्षों में रेल इंजन निर्माण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इस दौरान नौ हजार 168 इंजनों का निर्माण हुआ है। इससे वार्षिक औसत में लगभग 917 की वृद्धि हुई है।