विश्व स्वास्थ्य संगठन-डब्ल्यूएचओ ने घोषणा की है कि भारत इस वर्ष ट्रेकोमा को एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त करने में सफल रहा है। इसके साथ ही भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र का तीसरा देश बन गया है। डब्ल्यूएचओ ने कल नई दिल्ली में अपनी क्षेत्रीय समिति की बैठक के दौरान भारत की इस उपलब्धि को आधिकारिक रूप से प्रमाणित किया।
ट्रेकोमा एक जीवाणु संक्रामक रोग है जो आंखों को प्रभावित करता है और संक्रमित व्यक्ति की आंखों, पलकों, नाक या गले के स्राव के माध्यम से फैलता है।
1950-60 के दौरान यह रोग भारत में अंधेपन के प्रमुख कारणों में से एक था। सरकार ने इसके प्रसार को रोकने के लिए 1963 में राष्ट्रीय ट्रेकोमा नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया था।