नवम्बर 12, 2024 5:22 अपराह्न

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अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा कनेक्टिविटी के संबंध में भारत-रूस के संयुक्त-प्रयासों को आगे बढ़ाना चाहिएः डॉ0 एस0 जयशंकर

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने विश्वास व्यक्त किया है कि भारत और रूस 2030 की समय सीमा से पहले 100 अरब डॉलर का व्यापार लक्ष्य हासिल कर लेंगे। नई दिल्‍ली में व्यापार और आर्थिक, वैज्ञानिक तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर भारत-रूस अंतर सरकारी आयोग के 25वें सत्र को संबोधित कर रहे थे।

 

उन्‍होंने कहा कि रूस भारत के लिए उर्वरक का एक प्रमुख स्रोत बनकर उभरा है। रूस से कच्चे तेल, कोयला और यूरेनियम की आपूर्ति वास्तव में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत का फार्मास्युटिकल उद्योग रूस के लिए एक किफायती और विश्वसनीय स्रोत के रूप में उभरा है।

 

विदेश मंत्री ने कहा कि व्यापार खासकर भुगतान और लॉजिस्टिक्स के संबंध में चुनौतियां रही हैं। उन्‍होंने कहा कि इस संबंध में उल्लेखनीय प्रगति भी हुई है, लेकिन अभी कुछ काम किया जाना बाकी है।

 

डॉ. जयशंकर ने इस बात पर जोर दिया कि अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा, चेन्नई-व्लादिवोस्तोक गलियारा और उत्तरी समुद्री मार्ग जैसी कनेक्टिविटी के संबंध में भारत-रूस के संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष अपने भोजन, ऊर्जा और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सहयोग पर चर्चा करेंगे।