प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया है कि भारत परिष्कार, कार्य-निष्पादन और परिवर्तन की नीति पर दृढ़ता से चलते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। नई दिल्ली में भारत-रूस व्यापार मंच को संबोधित करते हुए, श्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत और यूरेशियन आर्थिक संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा शुरू हो चुकी है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि चाहे व्यापार हो या कूटनीति, किसी भी साझेदारी की नींव आपसी विश्वास ही है। उन्होंने आगे कहा कि यह विश्वास भारत-रूस संबंधों की सबसे बड़ी ताकत है, जो दोनों देशों के संयुक्त प्रयासों को दिशा और गति प्रदान करता है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस अब नवाचार, सह-उत्पादन और सह-विनिर्माण की एक नई यात्रा पर निकल पड़े हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारत वैश्विक चुनौतियों के स्थायी समाधान विकसित करने के लिए रूस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत दुनिया की कुशल राजधानी के रूप में उभर रहा है और भारत के युवाओं में वैश्विक आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता है। श्री मोदी ने बताया कि आज के शिखर सम्मेलन में, भारत और रूस ने दोनों देशों के नागरिकों के लिए पर्यटक वीज़ा पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जिनसे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, नए व्यावसायिक अवसर पैदा होंगे और भारत और रूस दोनों के लिए रोज़गार के नए अवसर खुलेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देश इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण, ऑटो कल-पुर्जे और वायरलेस मोबिलिटी तकनीक में साझेदारी कर सकते हैं, जिससे ग्लोबल साउथ, विशेष रूप से अफ्रीका के विकास में योगदान मिलेगा।
Site Admin | दिसम्बर 5, 2025 7:19 अपराह्न | India on its way to becoming the world's third largest economy
भारत दृढ़ नीति और सुधारों के दम पर दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर : प्रधानमंत्री मोदी