केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज कहा कि भारत निकट भविष्य में सहकारिता अवसंरचना के लिए देश के सभी आठ करोड़ दुग्ध उत्पादक किसानों को दूसरी श्वेत क्रांति से जोड़ने की तैयारी कर रहा है। आणंद में आज राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड-एनडीडीबी के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि वर्तमान में सिर्फ डेढ करोड दुग्ध उत्पादक किसान सहकारिता से जुडे हुए हैं, जबकि अधिकतर दुग्ध किसानों का अभी भी शोषण हो रहा है।
श्री शाह ने कहा कि भारत का डेयरी क्षेत्र में वार्षिक तौर पर छह प्रतिशत की दर से वृद्धि हो रही है। यह विश्व की औसत वृद्धि से अधिक है। उन्होंने दुग्ध उत्पादक किसानों के आर्थिक विकास और डेयरी उद्योग की सफलता में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना भी की। श्री शाह ने अगले पांच वर्षों में देश में दो लाख सहकारिता स्थापित करने की भारतीय जनता पार्टी सरकार की योजना का अनावरण भी किया। डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए सरकार की वचनबद्धता को लेकर श्री शाह ने नेशनल गोकुल मिशन जैसी सरकार की कई पहलों का भी उल्लेख किया। श्री शाह ने वैश्विक स्तर पर भारत के सहकारी दुग्ध ब्रांड को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की भी सराहना की।
इस कार्यक्रम के दौरान श्री शाह ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के नये परिसर का उद्घाटन और बोर्ड की कई किसान केंद्रित परियोजनाओं का अनावरण भी किया। इस अवसर पर केंद्रीय डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह, गुजरात के पशुपालन मंत्री राघवजी पटेल, एनडीडीबी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉक्टर मीनेश शाह भी उपस्थित थे।