लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने विशाल विविधता के बावजूद संसदीय लोकतंत्र को सफलतापूर्वक अपनाया है। आज नई दिल्ली में अखिल भारतीय शैक्षिक महासंघ के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही।
श्री बिरला ने कहा कि आईआईटी और एनआईटी जैसे देश के शैक्षणिक संस्थान न केवल ज्ञान के प्रसार में अग्रणी हैं बल्कि इन्होंने कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान भी किया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए शिक्षकों को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। श्री बिरला ने संसद की कार्रवाई में तकनीकी नवाचारों के सक्रिय उपयोग के बारे भी जानकारी दी।
उन्होंने संसदीय बहस का 22 भाषाओं में एक साथ अनुवाद और 1947 से लेकर अब तक की सभी संसदीय बहसों का डिजिटलीकरण का विशेष तौर पर उल्लेख किया।