भारत ग्लोबल फोरम मिडिल ईस्ट एण्ड अफ्रीका 2024- आई.जी.एफ एम.ई. एण्ड ए. आज दुबई में शुरू हुआ। फोरम का विषय ‘असीमित क्षितिज’ है। इस दो दिवसीय फोरम का उद्देश्य प्रौद्योगिकी, वित्त, स्थिरता और नवाचार सहित प्रमुख क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करना है। इसमें 200 से अधिक वक्ता और 1,000 प्रतिभागी शामिल होंगे।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने विडियो संदेश में कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमिरात-यूएई की दोस्ती को दुनिया में आपसी विश्वास और सहयोग के मॉडल के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते –सी.ई.पी.ए. के कारण द्विपक्षीय व्यापार वार्षिक 85 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इससे एम.एस.एम.ई. और स्टार्टअप्स को नए अवसर मिल रहे हैं।
दुबई में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने कहा कि हमारे समझौते व्यापार, प्रौद्योगिकी, प्रतिभा और विश्वास के गलियारे के रूप में विकसित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सी.ई.पी.ए. को केवल 88 दिनों में अंतिम रूप दिया गया-यह दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास का प्रमाण है।
आई.जी.एफ. के संस्थापक और अध्यक्ष मनोज लाडवा ने कहा कि हमारा भविष्य संघर्ष में नहीं बल्कि बातचीत और सहयोग में निहित है। उन्होंने कहा कि गरीबी, जलवायु परिवर्तन, असमानता और डिजिटल विभाजन की चुनौतियों का सामना करने के लिए सामूहिक सहयोग की आवश्यकता है।
इस फोरम का चौथा संस्करण भारत-यूएई के संबंधों में महत्वपूर्ण विकास को दर्शाता है। भारत और दुबई के बीच हाल ही में द्विपक्षीय निवेश संधि और नागरिक परमाणु सहयोग पर एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है। दुबई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों का व्यापार 2023-24 में 83 अरब 65 करोड़ डॉलर तक पहुंच गया। यह दोनों देशों के बीच मजबूत होते आर्थिक संबंधों को दर्शाता है।
यह फोरम जलवायु परिवर्तन, डिजिटल बदलाव और स्थिरता जैसी महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों को संबोधित करता है। यह कार्यक्रम समकालीन भारत की गतिशीलता और वैश्विक मंच पर बढ़ते प्रभाव को प्रदर्शित करता है। इंडिया ग्लोबल फ़ोरम समकालीन भारत की परिवर्तनकारी यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य कर रहा है।