अगस्त 1, 2025 10:28 अपराह्न

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सरकार ने कहा-भारत की रक्षा और ऊर्जा ज़रूरतें पूरी तरह से राष्ट्रीय हित और बाज़ार की गतिशीलता से तय होती हैं

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत की रक्षा आवश्यकताओं का स्रोत पूरी तरह से देश की राष्ट्रीय सुरक्षा आवश्यकताओं और रणनीतिक आकलन से निर्धारित होता है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज रक्षा खरीद के बारे में नई दिल्ली में यह बात कही। प्रवक्ता ने ऊर्जा स्रोतों के संबंध में कहा कि भारत, बाज़ार में उपलब्ध वस्‍तुओं और वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों के अनुसार कार्य करता है।

 

भारत-रूस संबंधों पर श्री जायसवाल ने कहा कि विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय संबंध अपने-अपने गुणों पर आधारित होते हैं और इन्हें किसी तीसरे देश की नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत और रूस के बीच एक स्थिर साझेदारी है।

 

श्री जायसवाल ने कहा कि भारत और अमरीका साझा हितों, लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच मज़बूत संबंधों पर आधारित एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत-अमरीका साझेदारी ने कई बदलावों और चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने कहा कि भारत दोनों देशों की प्रतिबद्धता के ठोस एजेंडे पर केंद्रित है। उन्होंने विश्वास व्‍यक्‍त किया कि ये संबंध आगे बढ़ते रहेंगे।

 

श्री जायसवाल ने भारत-अमरीका रक्षा संबंधों पर कहा कि भारत और अमरीका के बीच एक मज़बूत रक्षा साझेदारी है जो पिछले कई वर्षों में और मज़बूत हुई है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत-अमरीका समझौते के अंतर्गत इस साझेदारी के और भी मज़बूत होने की संभावना है।

 

भारत-अमरीका रक्षा संबंधों पर, श्री जायसवाल ने कहा कि भारत और अमरीका के बीच एक मज़बूत रक्षा साझेदारी है जो पिछले कई वर्षों में और मज़बूत हुई है।

 

निमिषा प्रिया मामले पर, प्रवक्ता ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है और सरकार इस मामले में हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि ठोस प्रयासों के परिणामस्वरूप, यमन में स्थानीय अधिकारियों ने उसकी सज़ा पर कार्रवाई स्थगित कर दी है।