जनवरी 27, 2025 9:48 अपराह्न

printer

भारत और चीन ने द्विपक्षीय-संबंधों की स्थिति की व्यापक-समीक्षा की

भारत और चीन ने आज द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की व्यापक समीक्षा की और दोनों देशों के बीच विदेश सचिव-उपमंत्री प्रणाली की बैठक के दौरान संबंधों को स्थिर और फिर से सक्रिय करने के बारे में जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री बैठक के लिए चीन की दो दिन की यात्रा पर हैं।

 

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने 2025 की गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया है। विदेश सचिव-उपमंत्री प्रणाली, मौजूदा समझौतों के अनुसार ऐसा करने के तौर-तरीकों पर चर्चा करेगी।

 

दोनों पक्ष, जल विज्ञान संबंधी आंकड़ों के प्रावधान और सीमापार नदियों से संबंधित सहयोग के अन्‍य क्षेत्रों को फिर से शुरू करने पर चर्चा के लिए भारत-चीन विशेषज्ञ स्तर के तंत्र की जल्द ही बैठक आयोजित करने पर भी सहमत हुए।

 

दोनों पक्ष मीडिया और बुद्धिजीवियों की बातचीत सहित लोगों के बीच आदान-प्रदान को और बढ़ावा देने और सुविधाजनक बनाने के उचित उपाय करने पर सहमत हुए।

 

वे, दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए। दोनों पक्षों के संबंधित तकनीकी अधिकारी जल्द ही इस उद्देश्य के लिए नवीन रूपरेखा पर बातचीत करेंगे।

 

दोनों पक्षों ने माना कि वर्ष 2025 भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ है और इसका उपयोग एक-दूसरे के बारे में बेहतर जागरूकता पैदा करने और जनता के बीच आपसी विश्वास और भरोसा बहाल करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों को दोगुना करने के लिए किया जाना चाहिए। दोनों पक्ष इस वर्षगांठ के सिलसिले में कई गतिविधियों का आयोजन करेंगे।

 

दोनों पक्षों में आर्थिक और व्यापार क्षेत्रों में विशिष्ट चिंताओं और उनका हल करने और दीर्घकालिक नीति पारदर्शिता को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की गई।

 

    यात्रा के दौरान विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के पोलित ब्यूरो के सदस्य, केंद्रीय विदेश आयोग के कार्यालय के निदेशक और विदेश मंत्री वांग यी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अंतर्राष्ट्रीय विभाग के मंत्री लियू जियानचाओ से मुलाकात की।

सर्वाधिक पठित
सम्पूर्ण जानकारी arrow-right

कोई पोस्ट नहीं मिला