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फ़रवरी 18, 2025 5:26 अपराह्न

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भारत और कतर ने व्यापार, ऊर्जा, निवेश, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण साझेदारी बढ़ाने का फैसला किया

भारत और कतर ने व्यापार, ऊर्जा, निवेश, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण साझेदारी बढ़ाने का फैसला किया है। नई दिल्ली में आज प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-सानी के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इस दौरान, दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।

 

दोनों देशों ने आज नई दिल्ली में दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। ये समझौता दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने, दोहरे कराधान से बचने और आय कर की राजकोषीय चोरी की रोकथाम से संबंधित हैं।

 

प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-सानी की उपस्थिति में समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया।

 

    भारत की ओर से विदेश मंत्री सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर, वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कतर के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित था।

 

    इससे पहले आज सवेरे राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में कतर के अमीर का औपचारिक स्वागत किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री मोदी और कई केंद्रीय मंत्री उपस्थित थे।

 

    इस बीच, दोनों देशों ने व्यापार और निवेश सहयोग बढ़ाने के लिए दो समझौता ज्ञापनों पर भी हस्ताक्षर किए। नई दिल्ली में आज वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और कतर के वाणिज्‍य मंत्री शेख फैसल बिन सानी बिन फैसल अल सानी की उपस्थिति में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। कतर व्यवसायी संघ और भारतीय उद्योग परिसंघ के साथ-साथ इन्वेस्ट कतर और इन्वेस्ट इंडिया के बीच समझौतों का आदान-प्रदान किया गया।

 

भारत-कतर व्यापार मंच में श्री गोयल ने कहा कि भारत और कतर के बीच भविष्य की साझेदारी स्थिरता, प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता और ऊर्जा के क्षेत्रों पर निर्भर होगी। उन्‍होंने कहा कि व्यापार और व्यवसाय में बडे बदलाव हो रहे हैं। इसमें ऊर्जा व्यापार, यांत्रिक मेधा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, क्वांटम कंप्यूटिंग और सेमीकंडक्टर जैसी उभरती प्रौद्योगिकी शामिल हैं।

 

    श्री गोयल ने देश में निवेश के अवसरों के बारे में कहा कि व्यापार के हर क्षेत्र में सुधारों ने व्यापार में सुगमता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार सहयोग 2047 तक विकसित भारत और कतर राष्ट्रीय परिकल्‍पना 2030 के बीच तालमेल में सहायता कर सकता है।

 

कार्यक्रम में कतर के वाणिज्य और उद्योग मंत्री शेख फैसल बिन सानी बिन फैसल अल सानी ने भारतीय निवेशकों और उद्यमियों को कतर की अर्थव्यवस्था का लाभ प्राप्‍त करने के लिए आमंत्रित किया।

 

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