विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने आज बर्लिन में जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक से चर्चा की। वार्ता के बाद अपने प्रेस वक्तव्य में डॉ. जयशंकर ने कहा कि इस दौरान पश्चिम एशिया की स्थिति, विशेष रूप से गाजा संघर्ष और इसके प्रभावों सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई। उन्होंने वैश्विक मुद्दों और संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर भी चर्चा की। डॉ जयशंकर ने कहा कि सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और नवीकरणीय ऊर्जा सहित नई और उभरती प्रौद्योगिकियां भारत-जर्मनी सहयोग के लिए नए अवसर पैदा कर सकती हैं। विदेश मंत्री ने यूरोपीय संघ के साथ मुक्त व्यापार समझौते और अन्य समझौतों पर तेजी से आगे बढ़ने की आशा व्यक्त की। डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत जर्मनी में भरोसेमंद और लचीली आपूर्ति श्रृंखला, विविध उत्पादन और विश्वसनीय डिजिटल साझेदारी बनाने में योगदान दे सकता है। उन्होंने अक्टूबर में नई दिल्ली में जर्मन व्यवसायों के आगामी एशिया प्रशांत सम्मेलन का स्वागत किया।