भारत का अगले 10 वर्षों में विश्व में उत्पादित कुल दूध का एक तिहाई उत्पादन करने का लक्ष्य है। राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर आकाशवाणी से विशेष बातचीत में गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ-जी.सी.एम.एम.एफ. के प्रबंध निदेशक जयेन महेता ने कहा कि अमूल महासंघ इस लक्ष्य के लिए बड़ी भूमिका निभाने का संकल्प लेकर चल रहा है और अमरीका के बाद यूरोप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए अमूल तैयार है।
श्री महेता ने आने वाले वर्षों में 2 लाख से अधिक गांवों में डेयरी सहकारी समितियों की स्थापना सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण की सराहना की।