पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज कहा कि भारत ने 20 प्रतिशत जैव ईंधन मिश्रण का लक्ष्य उम्मीद से छह साल पहले ही हासिल कर लिया है।
उन्होंने नई दिल्ली में विश्व हाइड्रोजन भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 2030 तक 50 लाख टन हरित हाइड्रोजन उत्पादन क्षमता हासिल करने का भारत का लक्ष्य एक रूढ़िवादी लक्ष्य है।
श्री सिंह ने कहा कि हरित हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है। जहाँ स्थानीय माँग, स्थानीय उत्पादन और स्थानीय खपत होगी, वहाँ यह सफल होगा।
श्री सिंह ने बताया कि भारत के तेल एवं गैस सार्वजनिक उपक्रमों ने ऊर्जा परिवर्तन का नेतृत्व करने के लिए 2030 तक 10 लाख टन हरित हाइड्रोजन स्थापित करने की योजना की घोषणा की है।
उन्होंने यह भी बताया कि सड़क परिवहन के लिए राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत, देश के विभिन्न हिस्सों में 37 वाहन, बसें और ट्रक और 9 हाइड्रोजन ईंधन भरने वाले स्टेशन हैं।
उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कम लागत वाली सौर ऊर्जा, सबसे बड़े सिंक्रोनस ग्रिड, विशाल घरेलू मांग आधार और बेजोड़ इंजीनियरिंग प्रतिभा के साथ, भारत हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और निर्यात में एक वैश्विक चैंपियन के रूप में उभरेगा।
 
									 
		 
									 
									 
									 
									