दिवाली पर आग से होने वाली घटनाओं और मरीजों के उपचार को ध्यान में रखते हुए राजधानी के प्रमुख अस्पतालों में विशेष प्रबंध किये गए हैं। आग हादसे के मरीजों के इलाज के लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया-आरएमएल अस्पताल में आपातकालीन वार्ड तैयार किया गया है।
वहीं, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान- एम्स नई दिल्ली और सफदरजंग अस्पताल में भी मरीजों को समय से उपचार देने के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। अस्पतालों में डॉक्टरों की विशेष टीमों को भी तैनात किया गया है।
आकाशवाणी से बातचीत में आरएमएल अस्पताल के बर्न और प्लास्टिक विभाग के अध्यक्ष डॉ. समीक भट्टाचार्य ने बताया है कि आग हादसों के मरीजों को तुरंत उपचार देने के लिए अस्पताल में 10 से पंद्रह बेडों को खाली रखा गया है, ताकि मरीजों को समय पर इलाज दिया जा सके।
वहीं, एम्स नई दिल्ली के बर्न विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनीष सिंघल ने लोगों से पटाखों के इस्तेमाल के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि आग से जलने पर, शरीर के जले हुए हिस्सों को तुरंत बहते पानी के संपर्क में लायें या उस हिस्से पर गीला कपड़ा रखें और डॉक्टर से संपर्क करें।