मानवाधिकार संस्थानों और शरणार्थियों के अधिकारों की पैरवी करने वाले समूहों के एक संगठन ने पाकिस्तान से अफगान प्रवासियों के निर्वासन को तुरंत रोकने को कहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संगठन ने कहा है कि यह नीति अंतर्राष्ट्रीय कानून और शरणार्थी सुरक्षा के प्रति पाकिस्तान की प्रतिबद्धता का उल्लंघन है।
संगठन ने अफगान प्रवासियों की गिरफ्तारी और जबरन विस्थापन की आलोचना करते हुए पाकिस्तान सरकार को पत्र लिखा है। संगठन ने कहा है कि इन प्रवासियों ने उत्पीड़न और दमन से बचने के लिए अपना देश छोड़ा है।
संगठन का यह अनुरोध पाकिस्तान द्वारा उस घोषणा के बाद आया है, जिसमें अफगान प्रवासियों से 31 मार्च, 2025 तक पाकिस्तान छोडने को कहा गया है अन्यथा उन्हें जबरन निष्कासन का सामना करना होगा।
ये प्रवासी अमरीका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों में पुनर्वास की प्रतीक्षा में हैं।