केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज नई दिल्ली में भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई फोर सी) के पहले स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर श्री शाह साइबर अपराधों से बचाव के लिए प्रमुख उपायों का शुभारंभ करेंगे और साइबर धोखाधड़ी रोकथाम केंद्र भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह वेब आधारित प्लेटफॉर्म ‘समन्वय’ का भी शुभारंभ करेंगे, जिसका उपयोग साइबर अपराधों से संबंधित आंकड़े एकत्र करने, साझा करने, उनका खाका तैयार करने और विश्लेषण के साथ-साथ पुलिस और तालमेल कायम के उपकरण के रूप में किया जाएगा। वे साइबर कमांडो कार्यक्रम का भी उद्घाटन करेंगे। इसकी स्थापना राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय पुलिस संगठनों में साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित विशेषज्ञों की शाखा के रूप में की गई है। इसके अतिरिक्त वे धोखाधड़ी से जुड़े खतरों के प्रबंधन को मजबूत करने के लिए संदिग्धों के पंजीयन की एक नई पहल की भी शुरूआत करेंगे। इसका निर्माण बैंकों और वित्तीय मध्यवर्ती संस्थाओं के सहयोग से राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल पर आधारित पहचानों की सूची के आधार पर किया गया है।
साइबर धोखाधड़ी रोकथाम केंद्र (सीएफएमसी) की स्थापना नई दिल्ली में भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र में की गई है। इसमें प्रमुख बैंकों, मध्यवर्ती वित्तीय संस्थाओं, भुगतान सुविधा प्रदाता और दूरसंचार सुविधा प्रदाताओं, सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित मध्यवर्ती संस्थाओं तथा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस और जांच एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल हैं। भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र की स्थापना अक्टूबर 2018 में की गई थी। इसे गृह मंत्रालय के साइबर और सूचना सुरक्षा प्रभाग के तहत केंद्रीय क्षेत्र की योजना के अंतर्गत स्थापित किया गया था।