गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि अगला एक वर्ष सीमा सुरक्षा बल-बीएसएफ के आधुनिकीकरण और बल के कर्मियों के कल्याण के लिए समर्पित होगा। गुजरात के भुज में बीएसएफ के हीरक जयंती स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय ने बीएसएफ को विश्व का सबसे आधुनिक और आक्रामक बल बनाने के लिए पाँच साल का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने सरकार की एक प्रमुख पहल, ‘ई-बॉर्डर’ सुरक्षा की नई अवधारणा को लागू करने में बीएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
बीएसएफ की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए गृह मंत्री ने कहा कि बल ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ विभिन्न अभियानों में 12 लाख 95 हजार करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। उग्रवाद-रोधी अभियानों के संबंध में श्री शाह ने बीएसएफ के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि देश 31 मार्च, 2026 तक नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में बीएसएफ की कार्रवाई के परिणामस्वरूप 127 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, 73 को गिरफ्तार किया गया और 22 को मार गिराया गया।
गृह मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतंत्र के संबंध में कहा कि राजनीतिक नेतृत्व का निर्णय केवल भारत के नागरिकों के हाथ में है। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प देश से हर एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर बाहर निकालने का है।
उन्होंने जनता से निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची के चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण में पूर्ण सहयोग देने की अपील की और इसे देश के लोकतंत्र को सुरक्षित और शुद्ध करने की प्रक्रिया बताया।
इस अवसर पर श्री शाह ने हीरक जयंती समारोह के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया और परेड का निरीक्षण भी किया। उन्होंने हेड कांस्टेबल सांवला राम बिश्नोई को मरणोपरांत वीरता पदक प्रदान किया, जिसे उनकी पत्नी श्रीमती रुक्मण ने ग्रहण किया। श्री शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए बीएसएफ के वीर योद्धाओं को पदक और ट्रॉफी भी प्रदान कीं।