नवम्बर 11, 2024 5:29 अपराह्न

printer

43वें शारजाह अंतरराष्‍ट्रीय पुस्‍तक मेला में भारतीय-संविधान की हस्‍तलिखित-पांडुलिपि का हुआ प्रदर्शन

राष्‍ट्रीय पुस्‍तक न्‍यास-एनबीटी ने 43वें शारजाह अंतरराष्‍ट्रीय पुस्‍तक मेले में भारतीय संविधान की मूल हस्‍तलिखित पांडुलिपि की प्रतिष्ठित अनुकृति प्रदर्शित की है। 6 से 17 नवम्‍बर के दौरान आयोजित पुस्‍तक मेले में भारत का व्‍यापक साहित्‍य प्रदर्शित किया गया है। भारतीय संविधान की ए-थ्री आकार की प्रति लोकसभा सचिवालय से सत्‍यापित है। संविधान की यह प्रति उत्‍कृष्‍ट कागज पर प्रस्‍तुत की गई है और पूरी स्‍पष्‍टता इसकी विशेषता है।

 

    मेले में प्रदर्शित एनबीटी के साहित्‍य संग्रह में पीएम-युवा श्रृंखला की पुस्‍तकें भी शामिल हैं। स्‍वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर पुस्‍तकों की यह श्रृंखला भारत के स्‍वाधीनता आंदोलन और ज्ञान प्रणाली पर केन्द्रित है।

 

    शारजाह पु‍स्‍तक मेले में भारत से 52 प्रमुख प्रकाशक भाग ले रहे हैं। संयुक्‍त अरब अमीरात से सबसे अधिक 234 प्रकाशक मेले में शामिल हैं। विदेशों से सबसे अधिक 81 प्रकाशक ब्रिटेन से भाग ले रहे हैं।

 

    पुस्‍तक मेले में 14 देशों के 49 अंतरराष्‍ट्रीय वक्‍ताओं सहित अनेक जाने-माने साहित्‍यकारों ने शिरकत की। इस वर्ष मोरक्‍को   अतिथि राष्‍ट्र है। शारजाह पुस्‍तक प्राधिकरण द्वारा आयोजित इस मेले में मोरक्‍को की समृद्ध साहित्यिक और सांस्‍कृतिक विरासत प्रदर्शित की गई है।

 

मेले में सभी आयु वर्ग के लिए छह सौ कार्यशालाएं आयोजित की गई हैं, जिनमें चार सौ से अधिक लेखक भाग ले रहे हैं। रचनात्‍मक लेखन में अग्रणी वैश्विक विशेषज्ञों के नेतृत्‍व में विशेष सत्र आयोजित किए जा रहे हैं।