नौसेना कमांडरों का अर्धवार्षिक सम्मेलन नई दिल्ली में शुरू हो गया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद नौसेना के भावी अभियानों और तैयारियों के बीच तीन दिन का यह सम्मेलन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह राष्ट्रीय नेतृत्व और नौकरशाही के बीच निकट संपर्क और संवाद का प्रभावी मंच है तथा वर्तमान भू-रणनीतिक परिदृश्य में बहुआयामी चुनौतियों से निपटने की नौसेना की क्षमता की समीक्षा करता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल नौसेना कमांडरों को संबोधित करेंगे तथा विकसित भारत-2047 की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे। प्रमुख कमांडरों के साथ नौसेना प्रमुख भारतीय समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति से संबंधित योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
सेना, वायुसेना और तटरक्षक बल के साथ संयुक्त अभियान, अंतर-संचालकता और युद्ध क्षमता बढ़ाने पर विशेष ध्यान उभरती चुनौतियों से निपटने की नौसेना की प्रतिबद्धता रेखांकित करता है।