दिल्ली से सटे गुरूग्राम और फरीदाबाद में हरित कोयला संयंत्र लगाये जाएंगे। इन दोनों संयंत्रों के निर्माण में एक हजार करोड रुपये की लागत आएगी। इसके लिए आज केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की उपस्थिति में, एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड तथा नगर निगम गुरुग्राम और फरीदाबाद के मध्य समझौता ज्ञापन-एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इन दोनों संयंत्रों में गुरुग्राम और फरीदाबाद में एकत्रित 1500-1500 टन प्रति दिन कचरे को कोयले में बदला जाएगा। इन दोनों संयंत्रों के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद नगर निगम 20-20 एकड़ जमीन देंगे। पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित इन संयंत्रों का निर्माण लगभग 30 महीने में पूरा होने की संभावना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इन संयंत्रों के स्थापित होने से स्वच्छ भारत अभियान को मूर्तरूप देने में बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इन प्लांट को स्थापित करने से न केवल कचरे की समस्या का स्थायी समाधान होगा, बल्कि ऊर्जा उत्पादन में भी वृद्धि होगी।