फ्रांस के प्रधानमंत्री सेबेस्टियन लुखोनु ने कार्यभार संभालने के 26 दिन बाद और मंत्रिमंडल की घोषणा के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है। संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में राजनीतिक दलों ने उनके मंत्रिमंडल के गठन की आलोचना की है।
सेबेस्टियन लुखोनु ने देश में स्थिरता लाने से जुड़ी योजना पर काम करने के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रो के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। कई राजनीतिक दल जल्दी चुनाव कराने और मैक्रो को 2027 में उनके कार्यकाल से पहले ही इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं। इस राजनीतिक उथल-पुथल के कारण पेरिस शेयर बाजार में काफी गिरावट दर्ज की गई। फ्रांस का घाटा 2024 में उसके जीडीपी के 5.8 प्रतिशत तक पहुंच गया। फ्रांस का राष्ट्रीय ऋण उसके जीडीपी के 114 प्रतिशत है। ग्रीस और इटली के बाद यूरोजोन में ये तीसरा सबसे बडा सार्वजनिक ऋण है।