देश आज स्वतंत्रता सेनानी और ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के वीर योद्धा अशफाक उल्ला खां को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दे रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्वतंत्रता सेनानी अशफाक उल्ला खां की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि अशफाक उल्ला खां हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापकों में से एक थे, जिन्होंने काकोरी ट्रेन एक्शन के जरिए अंग्रेजों में डर पैदा किया था। श्री शाह ने कहा कि उनके क्रांतिकारी विचार और कविताएं युवाओं को देश की आजादी के लिए प्रेरित करने का एक सशक्त माध्यम बनीं। गृहमंत्री ने कहा कि महान क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खां सदैव युवाओं को देश भक्ति के मार्ग पर ले जाते रहेंगे।
अमर बलिदानी अशफ़ाक़ उल्ला ख़ाँ जी की जयंती पर उन्हें नमन।
हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापकों में एक, अशफ़ाक़ जी ने काकोरी ट्रेन एक्शन के माध्यम से अंग्रेज़ों के भीतर भय उत्पन्न कर दिया। उनके क्रांतिकारी विचार और कविताएँ युवाओं को माँ भारती की स्वतंत्रता के लिए प्रेरित… pic.twitter.com/4ISHS9wJME
— Amit Shah (@AmitShah) October 22, 2024
सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने भी स्वतंत्रता सेनानी अशफाक उल्ला खां को श्रद्धांजलि दी है।
स्वतंत्रता सेनानी अशफ़ाक़ुल्लाह ख़ाँ जी को जयंती पर विनम्र अभिवादन।🙏🏼#अशफ़ाक़ुल्लाह_ख़ाँ#AshfaqullaKhan pic.twitter.com/DYRVDktfXX
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) October 22, 2024
माँ भारती के अमर सपूत, ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के वीर योद्धा अशफाक उल्ला खां की जयंती पर सादर नमन।
स्वतंत्रता संग्राम में आपने त्याग, समर्पण और सर्वोच्च बलिदान की जो आहुति दी, वह हम सभी को देश सेवा के लिए प्रेरणा देती रहेगी pic.twitter.com/7OzyYAZcBG
— Manohar Lal (@mlkhattar) October 22, 2024
अशफाक उल्ला खां का जन्म 1900 में उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में हुआ था। वह एक स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने सक्रिय रूप से ब्रिटिश सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी। देश की आजादी हासिल करने के लिए सशस्त्र क्रांति आयोजित करने के लिए अशफाक उल्ला खां ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 1924 में ‘हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ नाम का एक संगठन बनाने का फैसला किया था। 19 दिसंबर, 1927 को फैजाबाद जेल में उन्हें फाँसी दे दी गई।