फ्रांस 30 लड़ाकू विमानों और दो हजार नौसैनिकों की क्षमता वाला एक नया विमानवाहक पोत बनाएगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यह घोषणा की। पोत के वर्ष 2038 तक तैयार होने की उम्मीद है। यह वर्ष 2001 के पुराने चार्ल्स डी गॉल विमानवाहक पोत की जगह लेगा।
नए विमानवाहक पोत का विस्थापन लगभग 78 हजार टन और लंबाई 310 मीटर होगी, जबकि चार्ल्स डी गॉल का विस्थापन 42 हजार टन और लंबाई 261 मीटर है। हालांकि, यह नया पोत दुनिया के सबसे बड़े युद्धपोत यूएसएस जेराल्ड फोर्ड से छोटा होगा। इसका विस्थापन एक लाख टन से अधिक और लंबाई ग्यारह सौ फीट है।
राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि इस परियोजना से सैकड़ों आपूर्तिकर्ताओं को लाभ होगा, जिनमें अधिकांश लघु और मध्यम उद्यम शामिल हैं। मैक्रों ने अगले दो वर्षों में साढ़े छह अरब यूरो के अतिरिक्त सैन्य खर्च की भी घोषणा की।