श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे ने कोलंबो-7 क्षेत्र में स्थित अपने सरकारी आवास को खाली कर दिया है। पूर्व राष्ट्रपतियों को आजीवन आवास और भत्ते देने वाले कानून की निरस्तगी के बाद श्री राजपक्षे ने बृहस्पतिवार को दोपहर में आवास छोड़ दिया।
बुधवार को श्रीलंका की संसद में राष्ट्रपति अधिकार निरसन अधिनियम के पारित होने के बाद यह बदलाव हुआ है। यह कानून पूर्व राष्ट्रपतियों और उनके जीवनसाथी को पहले दिए जाने वाले आवास, भत्ते और अन्य लाभों को समाप्त करता है।
श्रीलंका पोदुजना पेरामुना के प्रवक्ता ने कहा कि श्री राजपक्षे, हंबनटोटा स्थित अपने निजी आवास, कार्लटन हाउस में जाएंगे। विशेषज्ञों के अनुसार पूर्व नेताओं मैत्रीपाला सिरीसेना और चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा को भी राजकीय आवास छोड़ना होगा।