पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में मौन वार्तालाप हाशिये से केंद्र तक नामक एक आदिवासी कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। पूर्व राष्ट्रपति ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और कलाकारों से बातचीत की।
चार दिन की इस प्रदर्शनी में 17 राज्यों के 50 से अधिक आदिवासी कलाकारों की 250 से अधिक पेंटिंग और शिल्प प्रदर्शित किए गए हैं। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य जंगलों, विशेष रूप से भारत के बाघ अभयारण्यों में और उसके आसपास रहने वाले आदिवासी समुदायों और अन्य वनवासियों के संरक्षण के सिद्धांतों के बारे में जागरूकता फैलाना है।
यह कार्यक्रम एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अंतर्गत एक निकाय है, और अंतर्राष्ट्रीय बाघ गठबंधन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।