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अगस्त 9, 2024 8:37 अपराह्न | लोकसभा - जयशंकर रूस

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विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा: रूसी सेना में भर्ती भारतीय नागरिकों के 91 मामले सामने आए

 

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आज कहा कि रूस की सेना में भर्ती हुए भारतीय नागरिकों के अब तक 91 मामले सामने आए हैं। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए डॉ. जयशंकर ने कहा कि उनमें से आठ का निधन हो गया है और चौदह को छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि 69 भारतीय नागरिक रूस की सेना से रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि भारत इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से लेता है। भारत इस मुद्दे को कई बार रूस के विदेश मंत्री के समक्ष रख चुका है। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले महीने मास्को में थे जब रूस के राष्ट्रपति ने आश्वस्त किया कि रूस की सेना की सेवा में जो भारतीय नागरिक हैं उन्‍हें छुट्टी दे दी जाएगी और रिहा कर दिया जाएगा। डॉ. जयशंकर ने कहा कि समस्या यह है कि रूस के अधिकारियों ने यह कह कर भ्रमित किया कि उन्‍हें किसी अन्‍य कार्य में लगाया जाएगा जबकि बाद में उन्‍हें रूस की सेना में शामिल कर दिया गया।

 

मामले पर की गई कार्रवाई के संबंध में डॉ जयशंकर ने बताया कि सीबीआई ने 19 व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा कि दस मानव तस्करों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं। इनमें से अप्रैल और मई में दो-दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। चारों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। साइबर घोटालों के कारण दक्षिण पूर्व एशिया में काम करने के लिए लोगों को गुमराह किए जाने पर डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार ने राजनीतिक स्तर पर सभी संबंधित सरकारों के साथ इस मुद्दे को उठाया है। अब तक कंबोडिया से 650, म्यांमा से 450 और लाओस से 548 भारतीय नागरिकों को वापस लाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे लेकर सरकार अधिक सतर्क है।