पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ का प्रकोप जारी है। सबसे ज़्यादा असर सीमावर्ती गुरूदासपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, फाजिल्का और पठानकोट जिलों पर पड़ा है। सतलज, घाघर, टांगरी और मारकंडा नदियों में उफान को देखते हुए लुधियाना और पटियाला के कई हिस्सों में अलर्ट जारी किया गया है। जिला प्रशासनों ने संवेदनशील क्षेत्रों के लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
भाखडा बांध का जलस्तर अपनी अधिकतम क्षमता तक पहुंच गया था। इस कारण कल बड़े पैमाने पर पानी छोड़ा गया जिससे स्थिति नियंत्रण में है। रोपड़ के उपायुक्त वरजीत वालिया ने आकाशवाणी को बताया कि नांगल के 20 गांवों और श्री आनंदपुर साहिब और नूरपुर के छह-सात गांवों के निवासियों को घर खाली करने और राहत शिविरों में जाने की सलाह दी गई है।
राज्य में, अब तक एक हजार नौ सौ से अधिक गांव और तीन लाख 80 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। लगभग पौने दो हेक्टेयर में लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं।
फिरोजपुर के हुसैनीवाला में सीमा सुरक्षा बल की संयुक्त चौकी बाढ में डूब गई। बीटिंग रिट्रीट समारोह अगले नोटिस तक रद्द कर दिया गया है। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। गुरूदासपुर, अमृतसर, फिरोजपुर, पठानकोट, जालंधर, रूपनगर, तरनतारन, एसबीएस नगर, फाजिल्का, पटियाला और कपूरथला सहित कई जिलों में सेना, नौसेना और वायुसेना की कुल 28 ईकाईयां सक्रिय हैं।
लोगों को सुरक्षित निकालने और राहत सामग्री वितरण कार्य में वायुसेना और थलसेना के लगभग 35 हेलीकॉप्टर की सहायता ली जा रही है। सीमा सुरक्षा बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल भी बचाव अभियानों में जुटे हैं। राहत कार्य के लिए 134 नाव और एक हेलीकॉप्टर की तैनाती की गई है।