वित्तीय कार्रवाई कार्यबल-एफ ए टी एफ ने धनशोधन और आतंकी गतिविधियों के लिए उपलब्ध कराए जाने वाली वित्तीय सहायता से जुडे खतरों को कम करने, नकदी आधारित अर्थव्यवस्था से डिजिटल अर्थव्यवस्था की तरफ बढने तथा जनधन, आधार को लागू करने के भारत के प्रयासों की सराहना की है। एफ ए टी एफ ने भारत की परस्पर मूल्यांकन रिपोर्ट में देश को नियमित निरंतरता वर्ग में रखा है। यह रिपोर्ट सिंगापुर में 26 से 28 जून को हुए कार्यबल के पूर्ण सत्र में स्वीकृत की गई। वित्त मंत्रालय ने बताया कि भारत के अलावा केवल चार अन्य जी-20 देशों को इस विशिष्ट वर्ग में रखा गया है। मंत्रालय ने कहा कि एफ ए टी एफ की रिपोर्ट में भारत की समग्र स्थिरता और वित्तीय प्रणाली में ईमानदारी को दर्शाया गया है और इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। अच्छी रेटिंग मिलने से वैश्विक वित्तीय बाजारों तक बेहतर पहुंच बनेगी और निवेशकों का विश्वास बढेगा। इससे यू पी आई के वैश्विक विस्तार में भी मदद मिलेगी। मंत्रालय का कहना है कि यह महत्वपूर्ण उपलब्धि अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और वित्तीय अपराधों के खिलाफ वैश्विक लडाई में उसकी सक्रिय भागीदारी को दर्शाती है।
वित्तीय कार्रवाई कार्यबल एक अंतर सरकारी संगठन है। 1989 में स्थापित इस संगठन का काम धनशोधन, आतंकी गतिविधियों के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली वित्तीय सहायता तथा अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय व्यवस्था के लिए अन्य खतरों से निपटने के प्रयासों पर नजर रखना है।