वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की 9वीं वार्षिक बैठक के अवसर पर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव से कल समरकंद में मुलाकात की।
श्री सीतारामन ने उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति को उप प्रधानमंत्री और व्यापार, निवेश और उद्योग मंत्री के साथ हुई सार्थक बैठकों की जानकारी दी। डिजिटल तकनीक, फिनटेक, एआई, नवीकरणीय ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा का नागरिक अनुप्रयोग, स्वास्थ्य सेवा और फार्मा क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों के मध्य वार्ता हुई।
वित्त मंत्री ने राष्ट्रपति मिर्जियोयेव को सुझाव दिया कि फिनटेक में सहयोग पर द्विपक्षीय चर्चा तथा सीमा पार भुगतान प्रणाली, दोनों देशों के छात्रों, पर्यटकों और व्यवसायों के लिए बहुत सुविधाजनक होगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारत सतत विकास की दिशा में उज्बेकिस्तान के प्रयासों की सराहना करता है, और दोनों देश हरित प्रौद्योगिकियों और जलवायु कार्रवाई पहल पर एक साथ कार्य कर सकते हैं।
राष्ट्रपति मिर्जियोयेव ने कहा कि भारत और उज्बेकिस्तान के बीच मजबूत ऐतिहासिक संबंध है। उन्होनें द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा बनाने के लिए उज्बेकिस्तान के समर्थन का आश्वासन दिया।