केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने बिहार के मधुबनी जिले के झांझरपुर में एक ऋण आउटरीच कार्यक्रम में 50 हजार से अधिक लाभार्थियों को एक हजार 121 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण के स्वीकृति-पत्र सौंपे। श्रीमती सीतारामन ने प्रधानमंत्री स्वनिधि, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा, मुद्रा, स्टैंडअप इंडिया और किसान क्रेडिट कार्ड योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न लाभार्थियों को ऋण का संवितरण किया।
इससे पहले उन्होंने स्व-सहायता समूहों, विशेषकर जीविका दीदी की महिला सदस्यों के साथ बातचीत की। इन महिलाओं ने हस्तशिल्प, मिट्टी से बने बर्तन, मशरूम और अन्य विभिन्न कृषि उत्पादों का प्रदर्शन किया।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। समारोह को संबोधित करने के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने ड्रोन दीदी कार्यक्रम शुरू किया है जो लखपति दीदी बनाने में मदद करेगा और प्रधानमंत्री का सपना है कि भारत का विकास महिलाओं के नेतृत्व में होना चाहिए।
श्रीमती सीतारमन ने कहा कि उत्तरी बिहार के विकास के लिए एनडीए प्रतिबद्ध है। उन्होंने केंद्रीय बजट 2024-25 में इस क्षेत्र के लिए बाढ़ शमन और मौद्रिक आवंटन के लिए केंद्र के कार्यों पर भी प्रकाश डाला।