लोकसभा में आज वित्त विधेयक 2024 पर चर्चा हुई। कांग्रेस के अमर सिंह ने आरोप लगाया कि बजट में केवल उच्च आय वर्ग के लोगों को राहत दी गयी है और इसमें मध्यम तथा निम्न आय वर्ग का ख्याल नहीं रखा गया है। उन्होंने कहा कि देश की कृषि विकास दर में गिरावट आ रही है। कांग्रेस के एक अन्य सदस्य दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश लगातार कम हो रहा है। उन्होंने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद कर और एलआईसी तथा मेडिकल इंश्योरेंस पर जीएसटी हटाने की मांग की।
भाजपा के निशिकांत दुबे ने कहा कि बजट में एंजेल टैक्स को खत्म करने का प्रस्ताव किया गया है जिससे देश में युवाओं के लिए स्टार्ट-अप्स और नौकरियों में संभावनाएं बढेंगी। उन्होंने अग्निवीर योजना की आलोचना करने पर विपक्ष पर सवाल उठाया। श्री दुबे ने केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग के आरोप पर विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई के लिए सीबीआई और ईडी को खुली छूट दे दी गयी है।
तृणमूल कांग्रेस की सदस्य महुआ मोइत्रा ने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग और गरीबों के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि देश में 31 प्रतिशत हिस्सा मध्यम वर्ग का है और 60 से 65 प्रतिशत हिस्सा गरीबों का है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों में संतुलन होना चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेसी पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले ने भी जीवन और चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर जीएसटी वापस लेने की मांग की।