विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रमण्यम जयशंकर ने कहा है कि रामायण और महाभारत केवल धार्मिक पुस्तकें नही हैं, बल्कि वे वैश्विक राजनीति और कूटनीति के लिए दिशा-निर्देश भी हैं, जिनमें बहुमूल्य शिक्षा निहित है। आज पुणे में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास महोत्सव में उन्होंने कहा कि भारत की विेदश नीति पश्चिम के प्रभाव से परे जानी चाहिए और इसे देश के सभ्यतागत और सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने मजबूत गठबंधन के लिए विविध शक्तियों को एकजुट किया जो मित्र देशों के साथ साझेदारी के मामले में तमाम देशों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
Site Admin | दिसम्बर 20, 2025 9:25 अपराह्न | External Affairs Minister
विदेश मंत्री: रामायण और महाभारत वैश्विक राजनीति और कूटनीति के लिए दिशा-निर्देश