विदेश मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से अलग कल न्यूयॉर्क में जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा ने की।
डॉ. जयशंकर ने ट्रोइका के सदस्य के रूप में बोलते हुए वैश्विक शासन सुधार के तीन प्रमुख क्षेत्रों पर भारत के विचार व्यक्त किए। इनमें संयुक्त राष्ट्र और उसके सहायक निकायों में सुधार, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय ढांचे में सुधार और बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली में सुधार शामिल हैं।
श्री जयशंकर ने भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान महत्वपूर्ण प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें नेताओं ने विकास और जलवायु वित्त व्यवस्था का विस्तार करने का आह्वान किया था। इन नेताओं ने बहुपक्षीय विकास बैंकों को अपने विकासात्मक प्रभाव को बढाने के लिए अपने दृष्टिकोण, प्रोत्साहन संरचनाओं, परिचालन दृष्टिकोण और वित्तीय क्षमताओं में सुधार के लिए प्रोत्साहित किया था।